Kapalbhati pranayama benefits in hindi
Kapalbhati pranayama benefits in hindi
आज कल की भाग दौड़ भरी ज़िंदगी में मनुष्य इतना व्यस्त है की वो अपने स्वास्थ के ऊपर जयदा ध्यान नहीं दे पता यही वजहें है की मनुष्य आजकल काफी बीमार रहता है और उम्र बढ़ने के साथ साथ वो रोग बढ़ते चले जाते है ऐसे में योग एक ऐसी महत्पूर्ण चीज है जो आपको इन सभी चीजों से दूर रखके और एक सवस्त जीवन प्रदान करता है |
तो जो मै आज आपको यहाँ जो भी बताउगा वो अपने सच्चे अनुभव के आधार में बताउगा जो मेने देखा है जो मेने सीखा है और जो में अपने students को सिखाता हू |
योग अब भारत ही नहीं विश्व भर ने लोग योग के फायदे देख के इसे अपने दिनचर्या में जोड़ रहे है और एक शोध के अनुसार भी जो मनुष्य प्रीतिदिन प्रातः काल योग करता है वो स्वयं ही 90 % बिमारिओ से दूर रहता है | आजकल बड़े से बड़े रोगो का उपचार योग से हो जाता है और विशव भर के वैज्ञानिक भी मानते है की योग से बहुत फयदे है । इसके साथ ही अगर shilajit भी अगर दिन चर्य मे उप्योग मे लेने लगे तो इसके फ़य्दे दोगुना हो जाते है ।
तो आज बात करते है योग में सबसे प्रसिद्ध कपालभाती प्राणायाम की यह एक ऐसा प्राणायाम है जिसका सभी ने नाम सुना है तो आज इसके बारे में संछेप में जानेगे | लकिन इसके फयदे और नुकसान जानने से पहले में इसके बारे में कुछ और महत्पूर्ण बाते बता देता हु |
कपालभाति बहुत ही आसान योग है इसमें बस आपको सांस अंदर भर करनी होती है | और यही छोटा सा योग बहुत की लाभ कारी है मनुष्य के शरीर के लिए | यह एक ऐसा प्रायाणाम है जिसे करने से मनुष्य शरीर के 90 % बीमारी अपने आप दूर हो जाती है | यह स्त्री अथवा पुरुष दोनों के लिए लाभ कारी है | यह हमारे नर्वस सिस्टम को मजबूत करती है और हम सभी जानते है नेर्वियस सिस्टम कितना महत्वपूर्ण है मनुष्य के लिए|
तो अब बात करते है Kapalbhati pranayam benefits in hindi
Benefits of kapalbhati prayanama
यह कुछ फयदे है इस योगा के
Dangers of kapalbhati prayanama( कपालभाति प्रायाणाम के दुष्परिणाम )
यह प्रश्न उनके मन में आता है जो kapalbhati शुरू करते है की कहाँ से कैसे शुरू करे ताकि जल्दी हमे इसके नतीजे दिखे |
आजकल विज्ञानं में इतनी तरक्की कर ली है जो हमे किसी भी चीज के लिए ज्यादा इतंजार नहीं करना पड़ता और यही वजहें है की जब लोग योग के लिए आते है इनका पहला सवाल यही होता है की योगा से फयदा कितने दिनों में मिलेगा |
लकिन ये एक दिन की काम नहीं है इसके लिए आपको सब्र रखना होगा और निरन्त अपना अभ्यास करना होगा |
एक सवाल ये भी होता है की मै kapalbhati(कपालभाति) शुरू करना चाहता हु तो कैसे और कितनी देर तक करना चाइये ?
तो इसके लिए में कहूँगा जो पहेली बार कर रहे है इस प्रायाणाम को वो पहले 5 - 15 minutes करे और एक बरी में 5 minute तक करे और उसके बाद 1 minute का रेस्ट करे और फिर दुबारा २ बार और करे | मतलब 5 minutes तक 3 बार करे और इसके बीच में १ मिनट का रेस्ट ले |
और जिन्हे इस योगा को करते हुए कुछ समय हो गया है वो 6 बार करेंगे और सभी के बीच में १ minute का रेस्ट ले ये बस उनके लिए है जिन्हे योगा करते हुए तोड़ा टाइम हो गया है |
और अगर आप ये ऊपर वाले दोनों भी कर चुके है तो आप इसे लगातार करे बिना रेस्ट के 10 से 15 minutes तक करेंगे इस योगा को |
एक सवाल ये भी होता है की kapalbhati(कपालभाति) कब करना चाइए ?
अपने अनुभव के हिसब से मै कहुगा प्रातः काल का समय सबसे अच्छा होता है योगा के लिए लकिन इसका मतलब ये नहीं की सुबह के अलावा प्रायाणाम नहीं कर सकते | क्योंकि मेरे पास भी कुछ ऐसे स्टूडेंट्स आते है जो अपने काम के कारण बहुत बिजी रहते है रात रात भर काम करते है और उनके लिए प्रातः काल उठके योगा करना संभव नहीं हो पाता ऐसे में उनके पास कोई और उपाय नहीं है | लकिन अगर आप इतना बिजी नहीं है प्रातःकाल उठ सकते है तो में कहुँगा प्रातःकाल योग करना बहुत अच्छा रहेगा इसे आपको बहुत कम समय में जयदा सफलता मिलेगी |
यह सवाल उनका होता हैं जो kapalbhati(कपालभाति) शुरू करते है की सुबह प्रायाणाम करने से पहले कुछ खा सकते है ?
बिलकुल नहीं क्योंकि कुछ होते है जिनके काफी भूक लगती है और वो कुछ खा के आते है प्रायाणाम के लिए और उसका नतीजा ये होता ही की योग करते समय उन्हें vomating सा लगता है | पेट भरा भरा सा लगता है और अपने योग पर भी पूरी तहर ध्यान नहीं दे पाते और यही योगा ही नहीं और सभी प्रणायाम खली पेट ही करे |
और इसके साथ ही जल्दी न करे में इस योगा में बस आपको सांस अंदर भर करना होता है लकिन इसे बड़े आराम आराम से करे धीरे धीरे महसूस करे | नहीं तो फयदा कुछ होगा नहीं अथवा कोई नया रोग लग जयगा आपको तो आराम आराम से बिना किसी जल्दी बाजी के प्रायाणाम करे |
और जब कोई भी प्रायाणाम करे विजरासन अथवा पद्मासना में ही बैठे क्योंकि ये सबसे उपयुक्त होता है किसी भी योग के लिए इसके साथ के इन विजरासन अथवा पद्मासना में बैठने मात्र से ही काफी जयदा होता है |
अब कुछ ये भी पूछते है की कितनी देर करना है kapalbhati (कपालभाति) प्रायाणाम ?
तो इसके लिए अगर आपको कोई छोटी ज़्यादा बड़ी कोई बीमारी नहीं है तो 10 से 15 minutes का प्रायाणाम काफी है आपके लिए लकिन अगर आपको कोई बड़ी बीमारी है और इसको करने से इसका इलाज हो सकता है तो आप इसे 30 minutes तक करे यह बहुत होगा आपके लिए और काफी उपयोगी भी |
Kapalbhati pranayama benefits in hindi
आज कल की भाग दौड़ भरी ज़िंदगी में मनुष्य इतना व्यस्त है की वो अपने स्वास्थ के ऊपर जयदा ध्यान नहीं दे पता यही वजहें है की मनुष्य आजकल काफी बीमार रहता है और उम्र बढ़ने के साथ साथ वो रोग बढ़ते चले जाते है ऐसे में योग एक ऐसी महत्पूर्ण चीज है जो आपको इन सभी चीजों से दूर रखके और एक सवस्त जीवन प्रदान करता है |
तो जो मै आज आपको यहाँ जो भी बताउगा वो अपने सच्चे अनुभव के आधार में बताउगा जो मेने देखा है जो मेने सीखा है और जो में अपने students को सिखाता हू |
योग अब भारत ही नहीं विश्व भर ने लोग योग के फायदे देख के इसे अपने दिनचर्या में जोड़ रहे है और एक शोध के अनुसार भी जो मनुष्य प्रीतिदिन प्रातः काल योग करता है वो स्वयं ही 90 % बिमारिओ से दूर रहता है | आजकल बड़े से बड़े रोगो का उपचार योग से हो जाता है और विशव भर के वैज्ञानिक भी मानते है की योग से बहुत फयदे है । इसके साथ ही अगर shilajit भी अगर दिन चर्य मे उप्योग मे लेने लगे तो इसके फ़य्दे दोगुना हो जाते है ।
तो आज बात करते है योग में सबसे प्रसिद्ध कपालभाती प्राणायाम की यह एक ऐसा प्राणायाम है जिसका सभी ने नाम सुना है तो आज इसके बारे में संछेप में जानेगे | लकिन इसके फयदे और नुकसान जानने से पहले में इसके बारे में कुछ और महत्पूर्ण बाते बता देता हु |
कपालभाति बहुत ही आसान योग है इसमें बस आपको सांस अंदर भर करनी होती है | और यही छोटा सा योग बहुत की लाभ कारी है मनुष्य के शरीर के लिए | यह एक ऐसा प्रायाणाम है जिसे करने से मनुष्य शरीर के 90 % बीमारी अपने आप दूर हो जाती है | यह स्त्री अथवा पुरुष दोनों के लिए लाभ कारी है | यह हमारे नर्वस सिस्टम को मजबूत करती है और हम सभी जानते है नेर्वियस सिस्टम कितना महत्वपूर्ण है मनुष्य के लिए|
तो अब बात करते है Kapalbhati pranayam benefits in hindi
Benefits of kapalbhati prayanama
- यह योग में सबसे प्रसिद्ध प्रायाणाम है और यह इतना प्रभाव शाली है की इसके 15 mintues करने मात्र लेने से मनुष्य के 90 % रोग दूर हो जाते है |
- इस pranayama ( प्रायाणाम) से ना मात्र केवल आपको phyisically मजबूत करता है अथवा इसके साथ ही मानसिक तौर पे भी मनुष्य को काफी मजबूत करता है |
- यह मेटाबोलिज्म अथवा पाचन तेज़ करता है |
- यह मनुष्य के सरीर में blood circulation भी बड़ा देता है जिसे कारण glowing face अथवा मनुष्य सवस्थ रहता है |
- यह arthtries जैसी बीमारी में भी उपयोगी सिद्ध होता है |
- यह hepatitis जैसी बीमारी में भी उपयोगी सिद्ध होता है |
- यह cirrhosis जैसी बीमारी में भी उपयोगी सिद्ध होता है |
- यह jaundice जैसी बीमारी में भी उपयोगी सिद्ध होता है
- यह स्त्रीओ के लिए भी काफी अच्छा सिद्ध हुआ है जो स्त्री
- 1. Fibroids in Uterus
2. Cyst in Ovary
3. Polycystic Ovories and many other problems जैसे बीमारी से पीड़ित है उनके लिए भी यह प्रायाणाम काफी लाभ दायक सिद्ध होता है | - यह शरीर से जो पदार्थ सेहत के लिए अच्छे नहीं होते उन्हें भी बहार निकलने में सयाहक सिद्ध होता है | क्युकी इस योगा में सांस अंदर बहार करनी होता है और काफी गहरी सास अंदर लेते है और फिर बहार तो इससे हमारे शरीर में इसी के द्वारा बहुत से जेहरीले जो हमारे शरीर के लिए अच्छे नहीं होते कार्बोंडिऑक्सीडे के साथ बहार निकल जाते है और सरिस को स्वस्थ बनाते है |
- जो लोग weight loss करना कहते है उनके लिए भी यह pranayama ( प्रायाणाम) एक महत्पूर्ण प्रायाणाम है क्योकि यह weight loss में काफी सयाहक होता है | और mass loss में भी यह महत्पूर्ण है | क्योकि इसे पाचन शक्ति बढ़ती है और जिसके कारण mass loss होता है जो पुरुष और महिलिए परेशान रहते है की सब कुछ कर लिया mass loss नही हो रहा weight loss नहीं हो रहा यह प्रायाणाम उनके लिए बहुत लाभ कारी सिद्ध होगा |
- यह cancer जैसी बीमारी से भी लड़ने में कामगर सीध होता है |
- यह stress रिलीज़ करने में लाभकारी होता है | और जैसे की हम जानते है की जितना हम stress लेते है उसके वजहें से एक केमिकल उत्पन होता है शरीर से जिसके कारण hirfall जैसी समस्या आती है तो एक तहर से हम ये भी कह सकते है की इसके करने से hairfall जैसे समस्या से भी निजात मिल सकती है |
- Glowing त्वचा के लिए भी ये प्राणायाम बहुत उपयोगी सिद्ध होता है | क्युकी आजकल हमारा जीवन बहुत बिजी लाइफ है हम हमेसा जल्दी में रहते है अच्छे से फल जिसके कारन हमारी त्वचा पर उम्र से पहले ही चुर्री आ जाती है अथवा ब्लैक स्पॉट से भी बन जाते है उसके लिए भी यह प्रयाणमा बहुत उपयोगी सिद्ध होता है | यह सब कुछ ऐसी समस्ये है जिसमे पर बहुत चिंतित होते है बहुत पैसा लगते है बड़े बड़े डॉक्टर से ओपिनटमेन्ट लेते है इसके इलाज के लिए लकिन अगर हम इस योगा को अपनी जीवन कार्यो में जोड़ ले तो हम इस सब से छुटकारा पा सकते है |
- पहले बड़े बुजुर्ग लोगो में कोलोस्ट्रोल जैसे बीमारी होती थी लकिन अब काफी लोग इसे ग्रस्त है इसके लिए भी यह व्यायाम बहुत उपयोगी सिद्ध होता है |
- इसके साथ ही यह गुप्त रोगो को भी इलाज करने में काफी उपयोगी सिद्ध होता है | जो लोग बहुत परेशान रहते है शादी के बाद भी अलग अलग मेहगे डॉक्टर की fee जमा करते है उसके बाद भी जयदा कुछ फरक नहीं पड़ता उनके लिए भी यह प्रायाणाम काफी लाभदायक सिद्ध होगा |
- जो पुरुष Sperm Count की समस्या से जूझ रहे है उनके लिए भी यह प्रायाणाम काफी उपयोगी सिद्ध होता है ना केवल ये sperm count बढ़ाता है अथवा उसकी quality भी बेहतर कर देता है |
- और जो स्त्री ovam की किसी भी तहत की बीमारी से जूझ रही है उनके लिए यह योगा एक बहुत अच्छा उपाय है | और ये सब वैज्ञानिक द्वारा पद्मनित है |
- यह uterine fibroids के उपचार में भी काम आता है |
- यह kidney stone और pancreas stone जैसी बीमारी में भी उपयोगी सिद्ध होता है |
- यह शरीर में किसी तहर की भी cloting होने से रोकता है | जिसे काफी बड़ी बड़ी बीमारी होने से मनुष्य बच जाता है |
- यह मनुष्य के दिमाक के लिए बहुत उपयोगी सिद्ध होता है |
- प्रातः काल योगा करने से मनुष्य का दिन अच्छा जाता है | वह पूरा दिन चुस्त तंदुरस्त महसूस करता है |
- यह इंसान के दिमाक को भी relax करता है |
- यह यादाश भी तेज़ है मनुष्य की |
- इसके करने से मनुष्य की एकाग्रता छमता बी बढ़ती है |
यह कुछ फयदे है इस योगा के
Dangers of kapalbhati prayanama( कपालभाति प्रायाणाम के दुष्परिणाम )
- सबसे पहला दुष्परिणाम हमारी अपनी गलती के कारण होती है| मैंने बहुत ऐसे लोग देखे है जिन्हे योग की आधा अधूरी जानकारी रहती है और वो गलत तरीके से प्रायाणाम करते है जिसके कारण वो ठीक होने की जगहे और बीमार पढ़ जाते है |
- Pregnant महिलाओ को यह नहीं करना चाइये |
- अगर आपको कोई heart संब्धित बीमारी है तो आपको यह प्रायाणाम नहीं करना चाइये क्योकि इसमें सांसो को अंदर बहार करना है तो यदि आप हिर्दय के रोगी है तो आपको ये नहीं करना चाहिये |
- यदि आप यह प्रायाणाम करने से पहले कुछ खा लेते है तो फिर आप अच्छे से वयायाम नहीं कर पाएंगे अथवा आपको आलास बी आएगा और आपको vomating जैसा बी लगेगा |
- मैंने ऐसे भी बहुत देखे जो सोचते है 2 दिन बहुत मेहनत से करते है yoga और इतने में हमे result मिल जयगा लकिन ऐसा िल्कुल भी नहीं है आपको धैर्य रखना चाइए अगर एक दिन में ही जरूरत से जयदा करोगे तो इसका कुछ दुष्प्रवहब भी पद सकता है सरीर पर |
यह प्रश्न उनके मन में आता है जो kapalbhati शुरू करते है की कहाँ से कैसे शुरू करे ताकि जल्दी हमे इसके नतीजे दिखे |
आजकल विज्ञानं में इतनी तरक्की कर ली है जो हमे किसी भी चीज के लिए ज्यादा इतंजार नहीं करना पड़ता और यही वजहें है की जब लोग योग के लिए आते है इनका पहला सवाल यही होता है की योगा से फयदा कितने दिनों में मिलेगा |
लकिन ये एक दिन की काम नहीं है इसके लिए आपको सब्र रखना होगा और निरन्त अपना अभ्यास करना होगा |
एक सवाल ये भी होता है की मै kapalbhati(कपालभाति) शुरू करना चाहता हु तो कैसे और कितनी देर तक करना चाइये ?
तो इसके लिए में कहूँगा जो पहेली बार कर रहे है इस प्रायाणाम को वो पहले 5 - 15 minutes करे और एक बरी में 5 minute तक करे और उसके बाद 1 minute का रेस्ट करे और फिर दुबारा २ बार और करे | मतलब 5 minutes तक 3 बार करे और इसके बीच में १ मिनट का रेस्ट ले |
और जिन्हे इस योगा को करते हुए कुछ समय हो गया है वो 6 बार करेंगे और सभी के बीच में १ minute का रेस्ट ले ये बस उनके लिए है जिन्हे योगा करते हुए तोड़ा टाइम हो गया है |
और अगर आप ये ऊपर वाले दोनों भी कर चुके है तो आप इसे लगातार करे बिना रेस्ट के 10 से 15 minutes तक करेंगे इस योगा को |
एक सवाल ये भी होता है की kapalbhati(कपालभाति) कब करना चाइए ?
अपने अनुभव के हिसब से मै कहुगा प्रातः काल का समय सबसे अच्छा होता है योगा के लिए लकिन इसका मतलब ये नहीं की सुबह के अलावा प्रायाणाम नहीं कर सकते | क्योंकि मेरे पास भी कुछ ऐसे स्टूडेंट्स आते है जो अपने काम के कारण बहुत बिजी रहते है रात रात भर काम करते है और उनके लिए प्रातः काल उठके योगा करना संभव नहीं हो पाता ऐसे में उनके पास कोई और उपाय नहीं है | लकिन अगर आप इतना बिजी नहीं है प्रातःकाल उठ सकते है तो में कहुँगा प्रातःकाल योग करना बहुत अच्छा रहेगा इसे आपको बहुत कम समय में जयदा सफलता मिलेगी |
यह सवाल उनका होता हैं जो kapalbhati(कपालभाति) शुरू करते है की सुबह प्रायाणाम करने से पहले कुछ खा सकते है ?
बिलकुल नहीं क्योंकि कुछ होते है जिनके काफी भूक लगती है और वो कुछ खा के आते है प्रायाणाम के लिए और उसका नतीजा ये होता ही की योग करते समय उन्हें vomating सा लगता है | पेट भरा भरा सा लगता है और अपने योग पर भी पूरी तहर ध्यान नहीं दे पाते और यही योगा ही नहीं और सभी प्रणायाम खली पेट ही करे |
और इसके साथ ही जल्दी न करे में इस योगा में बस आपको सांस अंदर भर करना होता है लकिन इसे बड़े आराम आराम से करे धीरे धीरे महसूस करे | नहीं तो फयदा कुछ होगा नहीं अथवा कोई नया रोग लग जयगा आपको तो आराम आराम से बिना किसी जल्दी बाजी के प्रायाणाम करे |
और जब कोई भी प्रायाणाम करे विजरासन अथवा पद्मासना में ही बैठे क्योंकि ये सबसे उपयुक्त होता है किसी भी योग के लिए इसके साथ के इन विजरासन अथवा पद्मासना में बैठने मात्र से ही काफी जयदा होता है |
अब कुछ ये भी पूछते है की कितनी देर करना है kapalbhati (कपालभाति) प्रायाणाम ?
तो इसके लिए अगर आपको कोई छोटी ज़्यादा बड़ी कोई बीमारी नहीं है तो 10 से 15 minutes का प्रायाणाम काफी है आपके लिए लकिन अगर आपको कोई बड़ी बीमारी है और इसको करने से इसका इलाज हो सकता है तो आप इसे 30 minutes तक करे यह बहुत होगा आपके लिए और काफी उपयोगी भी |
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